* ज्ञानपुंज योजना शिक्षा विभाग
अब नए स्वरूप में करेगा शुरू
जबलपुर। प्रदेश में वर्ष 2015 से बंद की गई ज्ञानपंजु योजना को शिक्षा विभाग दोबारा प्रारंभ करने जा रहा है। इस योजना का नए स्वरूप के साथ लाया जाएगा। अब ज्ञानपुंज दल के व्याख्याताओं की टीम उन स्कूलों पर सूचना मिलते ही पहुंचेगी जहां शिक्षकों की किन्हीं कारण से कमी हो गई है। जहां विभाग को अतिथि शिक्षक भी नहीं मिल पा रहे है। बकायदा इसको लेकर विडियो कांफ्रेसिंग में घोषणा हो गई है और समस्त जिला में एक टीम तैयार करना है।
यदि योजना लागू होने पर ठीक तरह से काम करती है तो अब शिक्षक के गैर हाजिर रहने पर बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी। शिक्षक मोबाइल वैन सूचना मिलते ही तत्काल स्कूल में पहुंच जाएगी और शिक्षक अपना मोर्चा संभाल लेंगे। यूं तो वर्ष 2015 में ज्ञानपुंज योजना के तहत पहले गणित तथा विज्ञान के शिक्षक को रखा जाता था लेकिन बाद में इस में गणित,रसायन शास्त्र, भौतिक शास्त्र, जीव विज्ञान, अंग्रेजी, हिन्दी, संस्कृत, सहित अन्य सभी विषयों के शिक्षक की टीम बनाई गई।
कमजोर स्कूल पहुंचेगे
इसके अतिरिक्त 10वीं एवं12 वी ं में जिन स्कूलों का परीक्षा परिणाम कम रहा है। वहां शिक्षा का स्तर सुधाने का काम भी मोबाइल करेगी। वहां व्याख्याता तथा वरिष्ठ शिक्षक पहुंच कर बच्चों की अतिरिक्त क्लास लेकर उन्हें होशियार बनाएंगे।
इन्हे रखा जाएगा
इस योजना में जहां अतिशेष शिक्षक को रखने के साथ ही ऐसे अतिथि शिक्षक रखें जा सकेंगे जिन्हे सरकारी स्कूल में पढ़ाने का कम से कम पांच साल का अनुभव है अथवा वे हाल ही में सेवानिवृत हुए है। योजना के तहत उपलब्ध वैन से चयनित शिक्षकों को वहां तक पहुंचाया जाएगा जहां उनकी जरूरत है, यानी की जिन स्कूलों में शिक्षक नहीं आ रहे है अथवा वहां संबंधित विषय के शिक्षकों की कमी है। शिक्षक मोबाइल के लिए शिक्षकों का चयन भोपाल मुख्यालय द्वारा किया जाएगा। इसके लिए बकायदा शिक्षकों की सूची सभी जिलों से मंगाई जाएगी।
108 की तर्ज पर चलाने का विचार
जानकारों की माने तो टीचर मोबाइल वेन को शिक्षा विभाग 108 की तर्ज पर चलाने का विचार कर रहा है। स्कूलों से आने वाली डिमांड पर तत्काल शिक्षक की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। फिलहाल इसका कंट्रोल रूम जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में रखे जाने पर विचार चल रहा है।