आलू-प्याज सस्ते और सुलभ होंगे
प्रदेश की पहली हार्टीकल्चर विवि के लिए कवायद
जबलपुर। प्रदेश खाद्यान उत्पादन में भले ही वृद्धि की है, दो बार प्रदेश को कृषिकर्मणा पुरूस्कार मिल चुका है लेकिन अब भी प्रदेश में सब्जी उत्पादन में पिछड़ा है। सीजन में भी आलू -प्याज और हरी सब्जियों के तेवर उंचे बने रहते है। ऐसे में आम लोगों को सस्ती सब्जी उपलब्ध होए इसके लिए प्रदेश में पहली हार्टीकल्चर विश्व विद्यालय खोलने कवायद चल रही है इसका प्रस्ताव कृषि विश्वविद्यालय ने तैयार कर रहा है।
इस विश्व विद्यालय का मुख्य उद्देश्य आम जनता को सस्ती सब्जी के रास्ता प्रशस्त तो करना है ही, इसके लिए सब्जी उत्पादन के लिए गहन अनुसंधान के साथ ही प्रदेश के किसानों को सब्जी उत्पादन के लिए प्रशिक्षण देना मुख्य उद्देश्य होगा, जिससे सब्जी के मामले में प्रदेश आत्मनिर्भर बने। हॉर्टीकल्चर विश्व विद्यालय का एक उद्देश्य यह भी रहेगा कि बेमौसम सब्जी उत्पादन के साथ ही जो उपज यहां नहीं होती है उसको भी प्राप्त करना है।
मालूम हो प्रदेश में आलू उत्तर प्रदेश तो प्याज महाराष्ट्र से आती है। आलू -प्याज के भाव इस कदर चढ़े है कि प्रदेश की गरीब ही नहीं मध्यम वर्गी भी प्याज का स्वाद चखने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। आम आदमी को मिलने वाली सबसे सस्ती सब्जी उनकी पहुंच के बाहर हो चली है। भटे के भटा भाव भी आसमान पर है। ऐसे में हरी सब्जी कैसे गरीब वर्ग तक मुहैया हो सकती है? इस दिशा में गहन मंथन कृषि वैज्ञानिक रहे है। हाल्टीकल्चर विश्व विद्यालय प्रदेश में खुलता है तो कृषि उत्पादन में नए आयाम मिलेगे। यूं तो प्रदेश सकरार का हाल्टीकल्चर विभाग मौजद है लेकिन यह अत्याधुनिक तरीके से किसानों को बागवानी नहीं सिखा पा रहा है।
जबलपुर में प्रस्तावित
प्रदेश में हार्टीकल्चर विश्व विद्यालय खोलने के लिए जबलपुर अनुकूल समझा जा रहा है और इसे ही विवि के लिए प्रस्तावित किया गया हे इसकी मुख्य वजह यह है कि कृषि विश्व विद्यालय में पहले से ही हाल्टीकल्चर विभाग है। जबलपुर के आसपास प्रदेश सरकार की भी कई हाल्टीकल्चर नर्सरी मौजूद है।
ये है मुख्य जरूरत
विभाग को लगभ 300 हेक्टेयर उपजाऊ जमीन की जरूरत है जो जबलपुर के आसपास विकसित की जा रही है। प्रस्ताव के मुताबिक करीब 600 करोड़ का वजट विश्वि विद्यालय के लिए चाहिए।
प्रदेश में हाल्टीकल्चर विश्व विद्यालय खोलने के लिए सरकार ने प्रस्ताव तैयार करने कहा है जो तैयार किया जा रहा है। प्रस्ताव तैयार करने के बाद राज्य शासन को भेजा जाएग।
राजेश पॉलीवाल
रजिस्टार जेएनकेवीवी
प्रदेश में हाल्टीकल्चर विश्व विद्यालय खोलने संबंधी प्रस्ताव तैयार करने पर काफी काम किया जा चुका है। विवि खुलने से पूरे प्रदेश को इसका लाभ होगा।
डॉ.एसएस तोमर
रिटा. डायरेक्टर रिसर्च,जेएनकेवीवी
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