Saturday, 5 December 2015

पर्यटन विकास के लिए किया जाएगा विकसित

बफर जोन में भी होंगे टाइगर के दीदार

जबलपुर। प्रदेश के पांच प्रमुख टाइगर रिजर्व के बफर जोन में पर्यटन के विकास के लिए तैयार प्रस्ताव को केन्द्र शासन से मंजूरी मिल चुकी है तथा मध्य प्रदेश शासन ने बफर जोन के विकास के लिए पर्याप्त राशि भी स्वीकृत कर दी है, जिससे बफर जोन में भी अब सफारी चलेगी तथा पर्यटक टाइगर के दीदार करेंगे, लेकिन यहां रिजर्व टाइगर की तुलना में कम टिकट लगेगी।
जानकारी के अनुसार बफर जोन के जंगलों में पर्यटकों के घूमने तथा जंगली जानवर चीतल सांभर और रिजर्व टाइगर के यहां मौजूद बाघों के दीदार करने के लिए विकास कार्य कराए जाने है। इसके लिए बफर जोन में सफारी चलने के लिए सड़कें तैयार की जा रही है। कई नाले और पुलिया निर्माण का भी काम किया जा रहा है।
शासन ने वाइल्ड लाइफ सर्किट के लिए 95 करोड की राशि स्वीकृत की है।
बांधवगढ़ में पर्यटन शुरू
नेशनल पार्क बांधव गढ़ के बफर जोन में तो पर्यटन के लिए कार्य लगभग शुरू हो गया था। कटनी के खितौली बफर जोन में टाइगरों को हमेश डेरा बना रहता है। यहां बाकायदा टाइगर सफारी के लिए प्रस्ताव भी बनाया गया था, लेकिन इसको मंजूरी नहीं मिली, अलबत्ता इस बफर जोन को पर्यटकों के लिए विकसित किया गया है।
बारिश के सीजन में भी खुलेंगे
नेशनल पार्क बारिश के सीजन में जहां बंद रहते है, वहीं बारिश में पर्यटकों को जंगल का आनंद उठा सके तथा बारिश में यदि अवसर मिले तो टाइगर भी देख सकें, इसके लिए बफर जोन को बारिश में भी खुला रखा जाएगा, लेकिन इसके लिए पुलिया एवं सड़कों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
यह पार्क के होंगे विकसित
वन मंत्री गौरी शंकर शेजवार ने पिछले दिनों घोषणा की है कि मध्य प्रदेश ईको टूरिज्म बोर्ड की योजना के तहत टाइगर रिजर्व में वाइल्ड लाइफ टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए टाइगर रिजर्व पन्ना, टाइगर रिजर्व बांधवगढ़, टाइगर रिजर्व संजय तथा टाइगर रिजर्व पेंच एवं टाइगर रिजर्व सतपुड़ा का शामिल किया गया है।
कैम्पिंग भी होगी
टाइगर रिजर्व में जहां पर्यटकों को सुबह तथा शाम कुछ घंटे ही जंगल में बिताने का अवसर मिलता है, लेकिन बफर जोेन के जंगल में कैम्पिंग तथा ट्रैकिंग के भी प्रबंध किए जा रहे है। कैम्पिंग के लिए मचान, पैगोडा तथा ट्री हाउस निर्माण भी किया जाना है।
पर्यटकों का बढ़ा दबाव
पिछले कई दो वर्षों से यह महसूस किया जा रहा है कि नेशनल पार्क में देशी एवं विदेशी पर्यटकों का काफी दबाव रहता है। यहां पर्यटकों के प्रवेश सीमित संख्या में दिया जाता है। तीन माह पहले से आॅन लाइन बुकिंग भी होती है, वहीं ओपन तत्त्काल बुकिंंग के लिए गेट में मारामारी रहती है। ऐसे में बहुत से पर्यटकों को नेशनल पार्क में प्रवेश न मिलने के कारण काफी निराशा हाथ लगती है। ऐसे पर्यटकों को बफर जोन में प्रवेश के लिए आॅफर खुला रहेगा।

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बफर जोन के विकास के लिए शासन ने बजट जारी किया  है। पर्यटन के विकास के उद्देश्य से बफर जोन में विकास कार्य प्रारंभ कराए गए हैं। बफर जोन के लिए  कुछ नेशनल पार्क में सफारियों की बुकिंग भी  हो रही है।
एके नागर, फील्ड डायरेक्टर, सतपुड़ा रिजर्व

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