Wednesday, 6 January 2016

बिकने से बचाई गर्इं 5 बालाएं


*आदिवासी लड़कियां बिक रहीं दक्षिण भारत में
* मानव तस्कर गिरोह का नेटवर्क खंगालने जाएगी मंडला पुलिस बेंगलुरु
जबलपुर। मंडला जिले से आदिवासी बालाओं की दक्षिण भारत में तस्करी होने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। इसके पूर्व इस क्षेत्र से बालाएं उत्तराखंड, झारखंड, दिल्ली और हरियाणा में जाया करती थीं, लेकिन पिछले कुछ सालों से मंडला जिलों में मानव तस्करी करने वाला गिरोह फैला है, जो आदिवासी बालाओं को काम और नौकरी के बहाने दक्षिण भारत में ले जाकर बेच रहा है। गिरोह के दो सदस्यों को मंडला पुलिस ने उस वक्त पकड़ा, जब गिरोह पांच लड़कियों को बेंगलुरु लेकर जाने वाला था। पुलिस आरोपियों को रिमांड पर ले रही है तथा नेटवर्क की पतासाजी के लिए बेंगलुरु
पुलिस अधीक्षक मंडला एपी सिंह ने बताया कि घुघरी पुलिस को शुक्रवार को मुखबिर से सूचना मिली थी कि विभिन्न गांव की 5 नाबालिग लड़कियों को मंडला ले जाया जा रहा है, वहां से उन्हें दक्षिण भारत में ले जाकर बेचा जाएगा। इस पर पुलिस ने तत्काल बस स्टैंड में घेराबंदी कर दो संदिग्ध व्यक्तियों को 5 आदिवासी बालाओं सहित पकड़ा। पकड़ा गया एक आरोपी घुघरी तथा मवई क्षेत्र का था। उनके साथ मौजूद लड़कियां भी उन्हीं के क्षेत्र की थी। पुलिस ने लड़कियों से उनके नाम-पते हासिल कर उनके परिजनों को बुलवाकर उनके सुपुर्द कर दिया। लड़कियों को मानव तस्कर बिना परिजनों की अनुमति के बहला-फुसला कर ले जा रहे थे। लड़कियों को अच्छा भोजन एवं अच्छे कपड़े व रुपए देने का लालच दिया गया था।
थाना प्रभारी पीएस तिलगाम ने बताया कि आरोप ललित भानसुर उम्र 22 वर्ष निवासी गौरेघाट मवई तथा विकास गायकवाल निवासी घुघरी के खिलाफ भादंवि की धारा 363, 370, 372 एव  एसटी-एससी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। आरोपियों से सघन पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि उनका एक परिचित बेंगलुरु में है, जो लड़कियों को दक्षिण भारत के अन्य महानगरों में घरेलू नौकरानी के रूप में काम में लगाता है। बदले में उन्हें अच्छी रकम मिलती है।
मानव तस्करी का मामला
पुलिस को संदेह है कि आदिवासी क्षेत्र से लड़कियों को घरेलू नौकरानी बनाने का झांसा देकर ले जाया जाता है, लेकिन वहां उन्हें देह व्यापार सहित अन्य धंधों में धकेल दिया जाता है। अनेक लड़कियों रहस्यमय तरीके से गायब भी है। क्षेत्र में गरीबी और बेरोजगारी का बेजा फायदा उठाकर मानव तस्करी करने वाला गिरोह सक्रिय है और इसका नेटवर्क जबरदस्त तरीके से फैला है। पुलिस काफी प्रयास करने के बाद भी तार नहीं जोड़ पा रही है। अब तक जितने भी मामले जिले में पकड़े गए हैं वे निचली कड़ी के ही हैं। असली अपराधी महानगर में कहीं छिपा बैठा है, जिसकी तलाश करने पूरी कोशिश किए जाने की बात जिम्मेदार अधिकारी कह रहे हैं।
...वर्जन...
पुलिस आरोपियों को रिमांड में लेकर मानव तस्करी करने वाले गिरोह का पता लगाने पूरी कोशिश करेगी। इसके लिए पुलिस पार्टी बेंगलुरु भी भेजी जाएगी।
एपी सिंह, पुलिस अधीक्षक, मंडला 

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