अबोध बच्ची सलोनी का दुश्मन पिता
हंसती खेलती बेटी को बेटे की चाहत पर उतारा मौत के घाट
जबलपुर। आखिर अबोध बच्ची सलोनी का दुश्मन कौन है, उसने किसी का क्या बिगाड़ा है जो हंसती खेलती सलोनी को मार डाला? जब मृत हालत में मां ने बेटी को देखा तो ये विचार आए। मां का लाड़ली की मौत से दिल भर था आंखों से आंसूे थे। बेटी के पिता में किसी तरह के गम के भाव नजर नहीं आ रहे थे। ऐसे में मां को सलोनी के पिता का ही खयाल आया जो सलोनी के पैदा होने से बेहद नाखुश था। आए दिन उससे मारपीट करता था। सलोनी का हत्यारा उसका पिता ही है। यह विचार आने पर इस मां ने अपने शौहर के खिलाफ थाने में जाकर एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस जांच पड़ताल कर रही है ।
आज सरकार भले ही लड़ली लक्ष्मी और लक्ष्मी सम्मान जैसी योजना चला रही है लेकिन समाज में अब भी बेटी को सहजता से स्वीकार नहीं है। बेटे की चाहत में एक पिता ने अपनी लाड़ली को पटक पटक कर मार डाला। यह घटना छिंदवाड़ा जिला के समीपी गांव कचरिया की है। गत शुक्रवार को ऋषि पंचमी की रात शंकर सूर्यवंशी की ढाई साल की बेटी सलोनी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पत्नी पिंकी अपनी लाड़ली को हंसती-खेलती हुई घर पर छोड़कर ऋषि पंचमी का पूजन करने के लिए मंदिर गई थी। वह जब मंदिर से लौटी तो देखा उसकी हंसती-खेलती बेटी सलोनी हमेशा के लिए मौत की नींद सो चुकी थी। सलोनी का पिता ने गोलमोल जवाब दिए।
पत्नी का आरोप है कि बेटे की चाहत के कारण पति ने उसकी ढाई साल की बेटी की हत्या कर दी है। जबकि पति का कहना है कि सोफे से गिरने के कारण मासूम की मौत हुई है। इसको लेकर पति-पत्नी के बीच रात में जमकर विवाद हुआ। गांव के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। शनिवार सुबह पुलिस शंकर के घर पहुंची और बच्ची के शव को पोटमार्टम के लिए ले गई। पुलिस ने पत्नी पिंकी के बयान दर्ज कर लिए हैं। पिंकी ने पुलिस को बताया कि पति शंकर बेटे की चाहत में उसके साथ मारपीट करता रहता था। पत्नी ने पति के खिलाफ प्रताड़ना की शिकायत पूर्व में भी की थी, जो न्यायालय में विचाराधीन है। पत् िा पत्नी के बीच विवाद की शुरूआत ही बेटी के जन्म से हुई थी जब ढाई साल पहले जब पति शंकर ने बेटी होने की खबर सुनी तब से बेटी को शंकर पंसद नहीं करता था और उसकी मां को भी प्रताड़ित करने लगा था।
नहीं चाहते थे पीएम कराना
जिला अस्पताल के मरचुरी रूम में रखे मासूम के शव के पोस्ट मार्टम न कराए जाने को लेकर भी शंकर ने जमकर हंगामा किया। शंकर एवं शंकर की मां नहीं चाहते थे कि पीएम कराया जाए जबकि मासूम की मां की चाहती थी कि पीएम कराया जाए जिससे मौत का कारण सामने आए और दोषियों को सजा मिले। इस बात को लेकर दोनो पक्षों के बीच करीब आधा घंटे तक जमकर वाद विवाद भी चला अंतत: पुलिस ने शव का पीएम कराया।
बेटी से नहीं था स्नेह
अपनी नम आंखों से मीडिया को मासूम की मां पिंकी ने बताया कि पति शंकर के अलावा ससुराल वालों को बेटे की चाह थी। बेटी होने के बाद से पति नाराज रहता था और मारपीट करता था। साथ ही उसे बेटी के प्रति किसी तरह का कोई प्रेम नहीं था। अक्सर बेटे न होने को लेकर मारपीट करता रहता था।
वर्जन
आरोपी शंकर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त होने पर हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा। प्रथम दृष्टि शंकर ही हत्या का संदेही बना है।
मिथलेश शुक्ला
पुलिस अधीक्षक छिंदवाड़ा
हंसती खेलती बेटी को बेटे की चाहत पर उतारा मौत के घाट
जबलपुर। आखिर अबोध बच्ची सलोनी का दुश्मन कौन है, उसने किसी का क्या बिगाड़ा है जो हंसती खेलती सलोनी को मार डाला? जब मृत हालत में मां ने बेटी को देखा तो ये विचार आए। मां का लाड़ली की मौत से दिल भर था आंखों से आंसूे थे। बेटी के पिता में किसी तरह के गम के भाव नजर नहीं आ रहे थे। ऐसे में मां को सलोनी के पिता का ही खयाल आया जो सलोनी के पैदा होने से बेहद नाखुश था। आए दिन उससे मारपीट करता था। सलोनी का हत्यारा उसका पिता ही है। यह विचार आने पर इस मां ने अपने शौहर के खिलाफ थाने में जाकर एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस जांच पड़ताल कर रही है ।
आज सरकार भले ही लड़ली लक्ष्मी और लक्ष्मी सम्मान जैसी योजना चला रही है लेकिन समाज में अब भी बेटी को सहजता से स्वीकार नहीं है। बेटे की चाहत में एक पिता ने अपनी लाड़ली को पटक पटक कर मार डाला। यह घटना छिंदवाड़ा जिला के समीपी गांव कचरिया की है। गत शुक्रवार को ऋषि पंचमी की रात शंकर सूर्यवंशी की ढाई साल की बेटी सलोनी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पत्नी पिंकी अपनी लाड़ली को हंसती-खेलती हुई घर पर छोड़कर ऋषि पंचमी का पूजन करने के लिए मंदिर गई थी। वह जब मंदिर से लौटी तो देखा उसकी हंसती-खेलती बेटी सलोनी हमेशा के लिए मौत की नींद सो चुकी थी। सलोनी का पिता ने गोलमोल जवाब दिए।
पत्नी का आरोप है कि बेटे की चाहत के कारण पति ने उसकी ढाई साल की बेटी की हत्या कर दी है। जबकि पति का कहना है कि सोफे से गिरने के कारण मासूम की मौत हुई है। इसको लेकर पति-पत्नी के बीच रात में जमकर विवाद हुआ। गांव के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। शनिवार सुबह पुलिस शंकर के घर पहुंची और बच्ची के शव को पोटमार्टम के लिए ले गई। पुलिस ने पत्नी पिंकी के बयान दर्ज कर लिए हैं। पिंकी ने पुलिस को बताया कि पति शंकर बेटे की चाहत में उसके साथ मारपीट करता रहता था। पत्नी ने पति के खिलाफ प्रताड़ना की शिकायत पूर्व में भी की थी, जो न्यायालय में विचाराधीन है। पत् िा पत्नी के बीच विवाद की शुरूआत ही बेटी के जन्म से हुई थी जब ढाई साल पहले जब पति शंकर ने बेटी होने की खबर सुनी तब से बेटी को शंकर पंसद नहीं करता था और उसकी मां को भी प्रताड़ित करने लगा था।
नहीं चाहते थे पीएम कराना
जिला अस्पताल के मरचुरी रूम में रखे मासूम के शव के पोस्ट मार्टम न कराए जाने को लेकर भी शंकर ने जमकर हंगामा किया। शंकर एवं शंकर की मां नहीं चाहते थे कि पीएम कराया जाए जबकि मासूम की मां की चाहती थी कि पीएम कराया जाए जिससे मौत का कारण सामने आए और दोषियों को सजा मिले। इस बात को लेकर दोनो पक्षों के बीच करीब आधा घंटे तक जमकर वाद विवाद भी चला अंतत: पुलिस ने शव का पीएम कराया।
बेटी से नहीं था स्नेह
अपनी नम आंखों से मीडिया को मासूम की मां पिंकी ने बताया कि पति शंकर के अलावा ससुराल वालों को बेटे की चाह थी। बेटी होने के बाद से पति नाराज रहता था और मारपीट करता था। साथ ही उसे बेटी के प्रति किसी तरह का कोई प्रेम नहीं था। अक्सर बेटे न होने को लेकर मारपीट करता रहता था।
वर्जन
आरोपी शंकर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त होने पर हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा। प्रथम दृष्टि शंकर ही हत्या का संदेही बना है।
मिथलेश शुक्ला
पुलिस अधीक्षक छिंदवाड़ा
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