आटो चलाकर जीवन यापन कर रहा था किस्सू तिवारी
उपचार के लिए मेडिकल में दाखिल कराया
जबलपुर। करीब 23 साल से फरार कुख्यात अपराधी किस्सू तिवारी पुलिस गिरफ्त में है लेकिन उसकी गिरफ्तारी के तीन दिन बाद भी कटनी में उसकी चचाएं थमी नहंी हैं। फिलहाल उसे इलाज के लिए मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। किस्सू तिवारी को जयपुर से पुलिस ने बेहद आसानी से गिरफ्तार कर लिया था। दरअसल किस्सू तिवारी ने अपनी फरारी के साथ ही आपराधिक जीवन छोड़ कर टैक्सी और आटो चलाकर जीवन यापन कर रहा था। पुलिस के आने पर उसने सहजता से सरेंडर कर दिया।
उल्लेखनीय है कि किस्सू की गिरफ्तारी में एनकेजे थाना की पुलिस की अहम भूमिका रही है। उसकी गिरफ्तारी की रणनीति पिछले दो माह से थाने में चल रही थी। दरअसल किस्सू पर पुलिस का ध्यान तब गया जब उसकी पत्नी मंजू तिवारी किसी मामले में शिकायत करने एनकेजे थाने पहुंची थी। पुलिस ने मंजू की शिकायत पर कार्रवाई की लेकिन इसके साथ ही पुलिस ने किस्सू की टोह लेना शुरू कर दी।
सादगी का जीवन जी रहा था
पुलिस सूत्रों के अनुसार पांच हत्याओं सहित डेढ़ दर्जन से अधिक गंभीर अपराध को अंजाम देने वाला किस्सू तिवारी ने फरारी के दौरान अपराध की दुनिया से धन कमाने कोशिश नहंीं की बल्कि वह जयपुर में छिप कर सादगी भरा जीवन जीता रहा। उसके आस-पड़ोस के लोगों को नहीं मालूम था कि वह कुख्यात अपराध है। कटनी से फरार होने के बाद किस्सू तिवारी ने करीब 7 साल दिल्ली में फरारी काटी। कुछ समय हरिद्वार में समय गुजारा। इसके बाद जयपुर पहुंच गया। किस्सू अलग-अलग ठिकाने बदलता रहा। बाद में उसने मानसरोवर कालोनी जयपुर में अपना स्थाई ठिकाना बना लिया। जीवन यापन के लिए उसने ड्राईवरी का पेशा चुना।
सेकेण्ड हैंड कार चलाता था
किस्सू फरारी के दौरान सेकेण्ड हैण्ड एम्बेसडर कार लेकर चलाया करता था। बाद में आटो चलाना शुरू कर दिया था। करीब एक साल पहले उसने अपना आटो बेच दिया था। जयपुर के जिस मकान से पुलिस ने किस्सू तिवारी को गिरतार किया वह मुश्किल से 20 बाई 55 वर्गफुट जमीन पर बना दो
कमरे का मकान था जो किस्सू का ही बताया जा रहा। किस्सू तिवारी को
गिरतार करने वाले पुलिस दल की माने तो जिस मोहल्ले में किस्सू रहता था वहां ं रहने वाले लोगों को इस बात की जरा भी भनक नहीं कि वह एक कुख्यात अपराधी है जिसके नाम की दहशत पूरे एक जिले में थी। उसे लोग सीधा साधा और गरीब इंसान समझते थे। उसके जयपुर ठिकाने की पुलिस को जानकारी करीब दो माह पहले लगी थी जिसकी पुष्टि करने के साथ पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए रैकी भी की।
चल रहा इलाज
किस्सू तिवारी का स्वास्थ्य खराब होने पर कटनी पुलिस उसके लेकर मेडिकल
कालेज अस्पताल लेकर आई है जिसकोे तगड़ी सुरक्षा के बीच मेडिकल कालेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
रामेश्वर यादव
एएसपी कटनी
उपचार के लिए मेडिकल में दाखिल कराया
जबलपुर। करीब 23 साल से फरार कुख्यात अपराधी किस्सू तिवारी पुलिस गिरफ्त में है लेकिन उसकी गिरफ्तारी के तीन दिन बाद भी कटनी में उसकी चचाएं थमी नहंी हैं। फिलहाल उसे इलाज के लिए मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। किस्सू तिवारी को जयपुर से पुलिस ने बेहद आसानी से गिरफ्तार कर लिया था। दरअसल किस्सू तिवारी ने अपनी फरारी के साथ ही आपराधिक जीवन छोड़ कर टैक्सी और आटो चलाकर जीवन यापन कर रहा था। पुलिस के आने पर उसने सहजता से सरेंडर कर दिया।
उल्लेखनीय है कि किस्सू की गिरफ्तारी में एनकेजे थाना की पुलिस की अहम भूमिका रही है। उसकी गिरफ्तारी की रणनीति पिछले दो माह से थाने में चल रही थी। दरअसल किस्सू पर पुलिस का ध्यान तब गया जब उसकी पत्नी मंजू तिवारी किसी मामले में शिकायत करने एनकेजे थाने पहुंची थी। पुलिस ने मंजू की शिकायत पर कार्रवाई की लेकिन इसके साथ ही पुलिस ने किस्सू की टोह लेना शुरू कर दी।
सादगी का जीवन जी रहा था
पुलिस सूत्रों के अनुसार पांच हत्याओं सहित डेढ़ दर्जन से अधिक गंभीर अपराध को अंजाम देने वाला किस्सू तिवारी ने फरारी के दौरान अपराध की दुनिया से धन कमाने कोशिश नहंीं की बल्कि वह जयपुर में छिप कर सादगी भरा जीवन जीता रहा। उसके आस-पड़ोस के लोगों को नहीं मालूम था कि वह कुख्यात अपराध है। कटनी से फरार होने के बाद किस्सू तिवारी ने करीब 7 साल दिल्ली में फरारी काटी। कुछ समय हरिद्वार में समय गुजारा। इसके बाद जयपुर पहुंच गया। किस्सू अलग-अलग ठिकाने बदलता रहा। बाद में उसने मानसरोवर कालोनी जयपुर में अपना स्थाई ठिकाना बना लिया। जीवन यापन के लिए उसने ड्राईवरी का पेशा चुना।
सेकेण्ड हैंड कार चलाता था
किस्सू फरारी के दौरान सेकेण्ड हैण्ड एम्बेसडर कार लेकर चलाया करता था। बाद में आटो चलाना शुरू कर दिया था। करीब एक साल पहले उसने अपना आटो बेच दिया था। जयपुर के जिस मकान से पुलिस ने किस्सू तिवारी को गिरतार किया वह मुश्किल से 20 बाई 55 वर्गफुट जमीन पर बना दो
कमरे का मकान था जो किस्सू का ही बताया जा रहा। किस्सू तिवारी को
गिरतार करने वाले पुलिस दल की माने तो जिस मोहल्ले में किस्सू रहता था वहां ं रहने वाले लोगों को इस बात की जरा भी भनक नहीं कि वह एक कुख्यात अपराधी है जिसके नाम की दहशत पूरे एक जिले में थी। उसे लोग सीधा साधा और गरीब इंसान समझते थे। उसके जयपुर ठिकाने की पुलिस को जानकारी करीब दो माह पहले लगी थी जिसकी पुष्टि करने के साथ पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए रैकी भी की।
चल रहा इलाज
किस्सू तिवारी का स्वास्थ्य खराब होने पर कटनी पुलिस उसके लेकर मेडिकल
कालेज अस्पताल लेकर आई है जिसकोे तगड़ी सुरक्षा के बीच मेडिकल कालेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
रामेश्वर यादव
एएसपी कटनी
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