Friday, 25 March 2016

प्रदेश में 66 हजार लोगों की मौते होती है तम्बाखू से



आदेश के छह माह बाद भी नहीं
 बन पाए स्कूल नो टोबैको जोन
जबलपुर। प्रदेश में तम्बाखू के सेवन से प्रतिवर्ष 66 हजार लोगों की मौत हो रही है। तम्बाखू के नए एडिक किशोर एवं युवा वर्ग ही मुख्य होते है। तम्बाखू से युवा पीढी को दूर रखने के लिए स्कूलों को नो टोबैको जोन बनाने के लिए लोक शिक्षण संचालनाल ने आदेश जारी किए गए। इसके लिए एनजीओ का सहयोग भी लिया जा रहा है लेकिन इस तमाम आदेश  एवं निर्देश के छह माह बीतने के बाद भी प्रदेश के शत प्रतिशत विद्यालय तम्बाखू मुक्त नहीं हो पाए। स्कूला परिसर में बिड़ी सिगरेट एवं तम्बाखू के पाउच मिल रहे है और यहां तम्बाखू के सेवन हो रहे है। स्कू ल परिसर से लगी गुटका तम्बाखू की दुकाने मौजूद है।
  प्रदेश के अधिकांश देहाती क्षेत्रों में स्थित स्कूलों के शिक्षक बच्चों के सामने ही खैनी खा रहे है। बच्चों को बिड़ी पान की दुकान में भेज कर सिगरेट मंगाया जाता है। स्कूलों के आसपास पान-गुटके की दुकानें मोजूद है।
क्या है आदेश
लोक शिक्षण मध्य प्रदेश के आयुक्त डीडी अग्रवाल द्वारा 6 जून 2015 को प्रदेश  के समस्त संभागीय आयुक्त संचालक लोक शिक्षण एवं डीआईओं को निेर्देश जारी परिपत्र में कहा गया कि युवाओं एवं बच्चों में तम्बाखू उत्पादों का बढ़ता उपयोग चिंताजनक विषय है। ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे 209 के अनुसार देश में 13 से 15 वर्ष की आयु के 14 प्रतिशत बच्चे तम्बाखू के शिकार है। कम आयु से तम्बाखू की लत लगने पर उनका छोड़ना असंभव सा हो  जाता है। पत्र में कहा गया कि बच्चों को तम्बाखू की पहुंच से दूर रखने के लिए तम्बाखू नियंत्रण अधिनियम , प्रदाय एवंवितरण 2003 की धारा 3 एवं 6 में भी तम्बाखू मुक्त शिक्षण सुनिश्चित करने का प्रावधान है। इसके तहत स्कूल से100 गज के दायरे में तम्बाखू बिक्री प्रतिबंधित है। समस्त डीईओं को शिक्षण संस्थाओं को तम्बाखू मुक्त काने कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए है। स्कूल नो टोबैको जोन बनाने की कार्रवाई डॉ सोमित रस्तोगी को देने के निर्देश भी दिए गए है।
17 प्रतिशत आबादी सेवन कर रही
ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे के मुताबिक प्रदो में 39.5 प्रतिशत वयस्क तम्बाखू उत्पादन का प्रयोग कर रहे है। प्रदेश में 19 प्रतिशत महिलाएं भी तम्बाखू का सेवन करती है। प्रदेश की कुल आबादी में 17 प्रतिशत लोग धू्रमपान कर रहे है। अधिकांश युवा वर्ग को 15 वर्ष की आयु से तम्बाखू की लत लगती है।


 भारत सरकार के उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा तम्बाखू मुक्त विद्यालय अभियान चलाया जा रहा है। एक सर्वे के मुताबिक स्कूलों के आसपास ही 60 प्रतिशत तम्बाखू की गुमटिया आदी मौजूद है। अभी स्कूलों में अभियान के पहले चरण में प्र
ाचार्यो आदि को जागरूक किया जा रहा है तथा उन तक सूचाएं पहुंचाई गई है। इस अभियान को एनजीओं की मदद से संचालित किया जा रहा है।
डॉ सोमिल रस्तोगी
 प्रभारी , तम्बाखू मुक्त विद्यालय अभियान






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