Friday, 25 March 2016

डिंडौरी से मानव तस्करी का मामला


दो बालाएं मिली तीसरी का सुराग नहीं
जबलपुर। पड़ोसी आदिवासी बाहुल्य जिले डिंडौरी और मंडला में लगातार आदिवासी बालाओं की तस्करी की घटनाएं प्रकाश में आ रही है। पिछले दिनों मानव तस्करी में लिप्त दो लोगों को पकड़ा गया तो तीन बालाओं के अपहरण का  खुलासा हुआ। उनको कामधंधे में लगाने के बहाने दिल्ली लेजाकर बेच दिया गया जिसमें से दो लड़किया तो बरामद हो गई है लेकिन तीसरे का कोई सुराग नहंी लगा है।
जानकारी के अनुसार समनापुर के ग्राम हल्दी करेली निवासी शिवकुमार सिंह ने गांव की तीन बहलाफुसला कर दिल्ली ले गया। वहां उसने मानव तस्करी करने वाले दलालों के हाथों में सौप कर भाग गया। इन तस्करों के चंगुल से बचकर आई दो किशोरियों ने शिव कुमार की करतूत का पर्दाफाश किया लेकिन उक्त युवतियों के  साथ गई नाबालिग 17 वर्षीय माया बाई का कोई पता नही चल पा रहा है। उसकी तलाश में पुलिस पार्टी दिल्ली की खाक छान कर लौट आई है।
बताया गया कि लापता माया बाई की मां  का निधन हो चुका है तथा माया बाई तथा उसकी बहनो को छोड़ कर उसके पिता शंकर लापता हो गए  है। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। समाज में माया की तीन बहनों की शादी हो चुकी है, माया बहनो में अकेली रह गई थी। इसक फायदा उठाकर दलाल ने उसे बहला फुसला लिया।

अपहरणकर्ता  लापता
लड़कियों की मानव तस्करी का मामला प्रकाश में आने के बाद से दलाल फरार  है जिसकी पुलिस भी तलाश कर रही है। दिल्ली से लौट कर आई लड़कियों का कहना है कि उनको दिल्ली में सिकी दीपिका नामक महिला के पास बेच दिा गया था। दीपिका  ने किसी के पास माया को भेजा था, इसके बाद वह लौट कर नहीं आई। इस मामल में समनापुर थाने में माया कि लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस शिव कुमार तथाउसके पिता अमर सिंह की तलाश कर रही है।

वर्जन
इस मामले  में एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
संदीप मिश्रा
एएसपी डिंडौरी

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