Thursday, 11 February 2016

- संस्कार की क्लास




 जबलपुर। नौनिहालों के संस्कार में गिरावट को स्कूली शिक्षा विभाग गंभीरता से ले रहा है। फिल्म और टीवी के चलते बच्चों में संस्कार में आने वाली गिरावट के मद्देजनर नैतिक शिक्षा के पाठ पर इस सत्र से विशेष जोर दिया जाएगा। नैतिक शिक्षा यूं तो माध्यमिक स्तर तक पूर्व से ही लागू है लेकिन स्कूलों में शिक्षक नैतिक शिक्षा की क्लास नहीं लेते रहे है। इसको लेकर इस सत्र से नैतिक शिक्षा के पाठ पर जोर दिया जा है।
इस संबंध में सभी जिलों में जिला योजना समन्वयक को निदेश दिए गए है कि स्कूलों में नैतिक शिक्षा की पीरियड भी लगाया जाए। स्कूली शिक्षा विभाग इस नतीजे पर पहुंचा है कि प्राथमिक और माध्यमिक कक्षाओं के छात्र कच्ची मिट्ठी की तरह होते हैं उन्हें जिस रूप में ढाला जाए वैसा स्वरूप ले लेते है। शासकीय स्कूल के बच्चे तेजी से बिगड़ रहे है। इसके लिए उनको सही दिशा एवं मार्ग दर्शन देने की जरूरत है। नैतिक शिक्षा की जरूरत है लेकिन इसके लिए फिलहाल कोई पाठ्य पुस्तक निर्धारित नहीं है। पूर्व में मॉरल साइंस की पुस्तकें लागू थी लेकिन इसकी अनिवार्यता खत्म कर दी गई है।
मूल्यांकन होगा
 प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल तक के विद्यार्थियों को परीक्षा विभाग ने पास फेल से फिलहाल दूर रखा है किन्तु उनका मूल्यांकन करने का निर्णय लिया जा चुका है। इसके तहत नैतिक शिक्षा की जगह व्यक्तिव विकास पर शिक्षक अपने छात्रों को अंक देंगे। इसके तहत उनका कक्षा में सहपाठियों के प्रति व्यवहार, शिक्षकों के प्रति व्यवहार, होम वर्क के प्रति रूझान, उनकी हेंड राइटिंग, कल्चर एक्टिविटी में शामिल होना आदि के आधार पर उन्हे मार्क कक्षा शिक्षकों को देना है। कक्षा शिक्षक ही उनको नैतिक शिक्षा के पाठ पढ़ाएं।
पाठ्यक्रम जोड़े जाने पर विचार
कुछ वर्ष पूर्व सामाजिक विज्ञान का विषय शामिल था जिसमें नैतिक शिक्षा के पाठ थे लेकिन इसे कुछ साल से बंद कर दिया गया है। इसे फिर चालू करने

पर मंथन चल रहा है लेकिन फिलहाल नैतिक शिक्षा के लिए कोई पाठ्यक्रम तय नहीं हुआ है अलबत्ता नैतिक शिक्षा के पीरियड इस सत्र से चालू करने के निर्देश मिल चुके है और नैतिक शिक्षा पर इस सत्र से जोर दिया जाएगा।

वर्जन
नैतिक शिक्षा सभी शासकीय स्कूलों में लागू करने के निर्देश है लेकिन कई स्कूल के प्राचार्य नैतिक शिक्षा के पीरियड नहीं लेते है। इस सत्र से इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। शिक्षक ही बच्चें को राष्ट्र प्रेम , सामाजिक मर्यादा, शिष्टाचार, महापुरूषों आदि विषयों की जानकारी देते हुए नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाएंगे।
एलएल पाठक
जिला समन्वयक जबलपुर

No comments:

Post a Comment