अगस्त 2016- जबलपुर... मरते पिता ने सौंपी अपनी बेटी, बच्ची को मिला संरक्षण
* लाशों का अंतिम संस्कार करने वालों पर ऐसा भरोसा
जबलपुर। एक निराश्रित जिसके आश्रित एक बालिका थी, गंभीर हालत में विक्टोरिया अस्पताल में उसे दाखिल कराया गया अपनी अंतिम घड़ी को पहचानते हुए इस व्यक्ति ने मरीज को सुख-दुख बंटाने पहुंचे गरीब नवाज कमेटी के इनायत अली पर भरोसा कर उसे अपनी बेटी सुपुर्द कर दी। लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करने वाली संस्था के इस सदस्य ने बच्ची को उचित संरक्षण प्रदान कराया। इसके लिए बच्ची को लेकर वह कलेक्टर के पास भी पहुंचा था। बच्ची को बाल निकेतन भेज दिया गया है।
जबलपुर शहर में इनायत अली नामक युवक ने गरीब नवाज कमेटी गठित की है जो लावारिस लाशों का संस्कार करती है। विक्टोरिया एवं मेडिकल कालेज इस कमेटी के सदस्यों को शव लेने जाना पड़ता है। ऐसे में पिछले दिनों विक्टोरिया अस्पताल में एक निराश्रित को भर्ती कराया गया। मरणासन्न व्यक्ति ने इनायत अली को अपनी मासूम बिटिया अनामिका सौंप कर उसकी जिम्मेदारी लेने की शपथ ली। हिन्दी फिल्म के तरह हुए घटना क्रम से इनायत भी पशोपेश में पड़ गए।
इनायत ने बताया कि अनामिका के पिता घमापुर निवासी रामू चौधरी टीवी जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित था। रामू चौधरी रेलवे स्टेशन में मरणासन्न हालत में मिला था जिसको विक्टोरिया में दाखिल कराया गया था। रामू की पत्नी उसके पहले ही छोड़ कर चली गई थी। उसके पास एक बेटी अनामिका थी। इस व्यक्ति ने इनायत पर भरोसा कर उसे बच्ची सौंप दी।
सही ठिकाना मिला
बताया गया कि इनायत अली एवं उसकी टीम को शहर में निराश्रित और लावारिस लोगों की सेवा के दौरान ऐसे बच्चे भी मिलते है जिसकी जबावदारी बड़ी समस्या रहती है। पूर्व में कमेटी कि सदस्य को कचरे के ढेर में बेहोशी की हालत में 10 वर्षीय शहनवाज मिला थ जिसको कमेटी पाल पोश रही थी। पास में दो बच्चे हो जाने पर कलेक्टर से मुलाकात कर उन दोनों बच्चों को संरक्षण प्रदान करने की मांग की गई जिस पर अब बच्चों को ठिकाना मिल गया है।
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