डेंगू के पूरे देश में मौतों का तांडव, आंकड़ों का खेल
मध्य प्रदेश सहित कई राज्यो में रोग
निगरानी नेटवर्क फेल
जबलपुर। विश्व स्वास्थ्य संगठन हर वर्ष देश में डेंगू से होने वाली मौत को लेकर चिंता जाहिर कर चुका है। वहीं सितम्बर माह के प्रारंभ में भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय अंतर्गत संचालित नेशनल वैक्टर बोर्न डिसीज कंट्रोल प्रोग्राम (एनवीबीडीसीपी) के आंकड़े जाहिर कर रहे है कि रोग सूचना तंत्र एवं रोग निगरानी प्रणाली बेहद लचर है। एनबीडीसीपी के आंकड़ों की माने तो मध्य प्रदेश में डेंगू से 31 अगस्त तक सिर्फ एक मौत हुई है, जबकि मध्य प्रदेश में मौत का आंकड़ा एक दर्जन पर पहुंच चुका है।
सूत्रों की माने तो एनवीबीडीसीपी के पास जो डेंगू के पॉजीविट केस की जानकारी पहुंच रही है, वे सरकारी लैब से पहुंच रही है। मध्य प्रदेश स्वास्थ्य मंत्रालय ने भले ही सभी पैथोलैब एवं निजी क्षेत्र हॉस्पिटलों को डेंगू के पॉजीटिव मामले आने पर सूचना संबंधी आदेश दिए है लेकिन इनकी जानकारी निजी अस्पताल भेज नहीं रही है और न ही होने वाली मौत को लेकर विस्तृत जानकारी एकत्र की जा रही है।
जबलपुर में तीन मौंते
जबलपुर में जहां पाटन में गत गुरूवार को पाटन की महिला रमा विश्वकर्मा की मौत मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुई थी लेकिन मेडिकल प्रबंधन का कहना है कि उनकी रिपोर्ट में महिला को डेंगू पॉजीटिव नहीं आया। इसी तरह मझगवां में एक बच्ची की मौत हुई थी जिसे डायरिया से मोत बताई गई। नगर के एक हॉस्पिटल में गत गुरूवार को सतना के
जैतवारा थाना के ग्राम बैरहना निवासी देवकी पांडेय पति वृंदावन पांडेय की मौत हो गई। बाढ़ पीड़ित रहे सतना में इसके पूर्व पांच मौते हो चुकी है। इसी तरह शहडोल में दो मौते हो चुकी है, जिसे स्वास्थ्य अमला डेंगू नहीं मान रहा है। मंडला तथा डिंडौरी में भी डेंगू से तीन मौत होने की खबर है।
आंकड़ों में अंतर
यदि डेंगू के मरीजों की बात की जाए तो मध्य प्रदेश में 500 से अधिक डेंग्ू पॉजीटिव मरीज मिल चुके है जबकि एनवीबीडीसीपी की रिपोर्ट के मुताबिक अगस्त माह अंत तक कुुल 354 पॉजीटिव मरीज मिले है जबकि यदि ये एनवीबीडीसीपी की रिपोर्ट पर भरोसा किस जाए तो आने वाले समय में डेंगू का स्वरूप भयावह होगा।
देश में 36 हजार डेंगू के मामले
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राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीबीडीसीपी) के मुताबिक डेंगू से देश भर में 36,110 लोग प्रभावित हुए हैं और 70 जानें गई हैं। इनमें से अधिकतम 24 मौतें पश्चिम बंगाल में हुई हैं। डेंगू के सर्वाधिक मामले साथ पश्चिम बंगाल, ओड़िशा और केरल में डेंगू मेंदर्ज किए गए है।
बाक्स
पिछले वर्ष की तुलना में अगस्त तक डेंगू
-----------------------------------
राज्य वर्ष 2015 वर्ष 2016
--- पॉजीटिव- मौत पॉजीटिव-मौत
---------------------------------
आंध 3319 2 980 -- 0
अरूणचल 1993 1 04 --0
असम 1076 1 1267 -02
विहार 1071 0 135 0
छग 384 1 170 0
गुजरात 5570 9 1321- 01
हिमाचल 19 1 2 --0
कर्नाटक 5077 9 4065 6
केरल 4075 25 5638 10
एमपी 2108 08 354 01
महाराष्ट 4936 2 2572 02
ओड़िसा 2450 2 6558 10
पंजाब 14128 18 882 -- 0
राजस्थान
मध्य प्रदेश सहित कई राज्यो में रोग
निगरानी नेटवर्क फेल
जबलपुर। विश्व स्वास्थ्य संगठन हर वर्ष देश में डेंगू से होने वाली मौत को लेकर चिंता जाहिर कर चुका है। वहीं सितम्बर माह के प्रारंभ में भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय अंतर्गत संचालित नेशनल वैक्टर बोर्न डिसीज कंट्रोल प्रोग्राम (एनवीबीडीसीपी) के आंकड़े जाहिर कर रहे है कि रोग सूचना तंत्र एवं रोग निगरानी प्रणाली बेहद लचर है। एनबीडीसीपी के आंकड़ों की माने तो मध्य प्रदेश में डेंगू से 31 अगस्त तक सिर्फ एक मौत हुई है, जबकि मध्य प्रदेश में मौत का आंकड़ा एक दर्जन पर पहुंच चुका है।
सूत्रों की माने तो एनवीबीडीसीपी के पास जो डेंगू के पॉजीविट केस की जानकारी पहुंच रही है, वे सरकारी लैब से पहुंच रही है। मध्य प्रदेश स्वास्थ्य मंत्रालय ने भले ही सभी पैथोलैब एवं निजी क्षेत्र हॉस्पिटलों को डेंगू के पॉजीटिव मामले आने पर सूचना संबंधी आदेश दिए है लेकिन इनकी जानकारी निजी अस्पताल भेज नहीं रही है और न ही होने वाली मौत को लेकर विस्तृत जानकारी एकत्र की जा रही है।
जबलपुर में तीन मौंते
जबलपुर में जहां पाटन में गत गुरूवार को पाटन की महिला रमा विश्वकर्मा की मौत मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुई थी लेकिन मेडिकल प्रबंधन का कहना है कि उनकी रिपोर्ट में महिला को डेंगू पॉजीटिव नहीं आया। इसी तरह मझगवां में एक बच्ची की मौत हुई थी जिसे डायरिया से मोत बताई गई। नगर के एक हॉस्पिटल में गत गुरूवार को सतना के
जैतवारा थाना के ग्राम बैरहना निवासी देवकी पांडेय पति वृंदावन पांडेय की मौत हो गई। बाढ़ पीड़ित रहे सतना में इसके पूर्व पांच मौते हो चुकी है। इसी तरह शहडोल में दो मौते हो चुकी है, जिसे स्वास्थ्य अमला डेंगू नहीं मान रहा है। मंडला तथा डिंडौरी में भी डेंगू से तीन मौत होने की खबर है।
आंकड़ों में अंतर
यदि डेंगू के मरीजों की बात की जाए तो मध्य प्रदेश में 500 से अधिक डेंग्ू पॉजीटिव मरीज मिल चुके है जबकि एनवीबीडीसीपी की रिपोर्ट के मुताबिक अगस्त माह अंत तक कुुल 354 पॉजीटिव मरीज मिले है जबकि यदि ये एनवीबीडीसीपी की रिपोर्ट पर भरोसा किस जाए तो आने वाले समय में डेंगू का स्वरूप भयावह होगा।
देश में 36 हजार डेंगू के मामले
Ñ
राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीबीडीसीपी) के मुताबिक डेंगू से देश भर में 36,110 लोग प्रभावित हुए हैं और 70 जानें गई हैं। इनमें से अधिकतम 24 मौतें पश्चिम बंगाल में हुई हैं। डेंगू के सर्वाधिक मामले साथ पश्चिम बंगाल, ओड़िशा और केरल में डेंगू मेंदर्ज किए गए है।
बाक्स
पिछले वर्ष की तुलना में अगस्त तक डेंगू
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राज्य वर्ष 2015 वर्ष 2016
--- पॉजीटिव- मौत पॉजीटिव-मौत
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आंध 3319 2 980 -- 0
अरूणचल 1993 1 04 --0
असम 1076 1 1267 -02
विहार 1071 0 135 0
छग 384 1 170 0
गुजरात 5570 9 1321- 01
हिमाचल 19 1 2 --0
कर्नाटक 5077 9 4065 6
केरल 4075 25 5638 10
एमपी 2108 08 354 01
महाराष्ट 4936 2 2572 02
ओड़िसा 2450 2 6558 10
पंजाब 14128 18 882 -- 0
राजस्थान
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