* इंजीनियरिंग छात्रों ने बताई हैलमेट में डिवाइज
जबलपुर। आबादी की तुलना में पूरे देश में सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाओं में मौत का प्रतिशत जबलपुर का है। अधिकांश सड़क हादसों में दो पहिया वाहन सवारों की मौत की वजह हैड इंज्यूरी होती है। हाईकोर्ट के आदेश पर शासन ने हैलमेट अनिवार्य कर रखा है लेकिन इसके बावजूद लोग हैलमेट नहीं लगा रहे है ऐसे में कोई विकल्प ऐसा होए कि बिना हेलमेट के वाहन नहीं चल पाए। इस परिकल्पना को जबलपुर के इंजीनियरिंग छात्रों ने साकार कर दिया है। बिना हैलमेट लगाई बाइक स्टार्ट ही नहीं हो सकेगी। हैलमेट में ऐसे डिवाइज लगाने का कमाल इंजीनियरिंग कालेज के छात्रों ने किया है।
यह डिवाइज बहुत कठिन नहंी है। रिमोर्ट लॉक की तरह एक सेसर डिवाइज है। हैलमेट सिर पर रखते ही बटन आॅन हो जाती है ओर रिमोर्ट के संकेत के साथ ही स्वीच आॅन होता है। बिना हैलमेट के गाडी स्टार्ट न होने की परिकल्पना साकार हो जाती है। इंजीनियरिंग छात्रों ने अपनी गाड़ी और हैलमेट में डिवाइज लगाई है। उनका कहना है कि इससे उनकी स्वयं की बिना हैलमेट के गाड़ी चलाने की आदत छूट जाएगी। कितनी भी जल्दी होएगी बिना हैलमेट के वे घर से नहीं निकल पाएंग। इस डिवाइज को तैयार करने वाले ज्ञानगंगा कालेज के छात्र प्रखर साहू एवं रूचि तिवारी हैं।
वर्जन
हैलमेट सेंसर प्रणाली पर काम करती है। इसको तैयार करने में लगभग 5 हजार रूपए का खर्च आया है। इस डिवाइज का एक हिस्सा गाड़ी में तो दूसरा हैलमेट में होता है। हैलमेट लगाये बिना राईडर बाईक चला ही नही सकता है। प्रशासन यदि चाहे और सस्ते में डिवाइज बनाकर लोगों के हैलमेट एवं बाइक में डिवाइज निकलवा सकते है।
रुची तिवारी
इंजीनियरिंग छात्रा
इस डिवाइज की खासियत यह है कि यदि गाड़ी चलाते वक्त आपने हैलमेट निकाला तो गाड़ी का इंजन भी खुद बंद हो जाएगा। देश भर में हर साल सड़क हादसों में मरने वाले हजारो बाईकरों के बारे में जानने के बाद हम छात्रों के मन में ऐसी डिवाइज बनाने का विचार आया और हमले मिलकर इसे बना बनाया है।
प्रखर साहू
इंजीनियरिंग छात्र
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