Thursday, 14 April 2016

खिंहा गांव में पानी के लिए रोज

खिंहा गांव में पानी के लिए रोज
  जान जोखिम में डालना पड़ रहा
 * कुण्डम तहसील भीषण सूखे की चपेट में

 *  कई किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा पानी लेने

जबलपुर। कुण्डम तहसील के खिंहा गांव में पाने के पानी के लिए ग्रामीणों को रोज जान जोखिम में डालनी पड़ रही है। यहां 40-45 फुुट गहरे कुएं में उतर कर तलहटी का पानी हाथों या मग्घे से उलीचा जाता है जिससे उसमें तलहटी की मिट्टी ना आए लेकिन इस काम में कुएं में उतरने से उनकी जान जाखिम में रहती है। किसी भी दिन कुएं में आक्सीजन का लेबल कम होने से बड़ा हादसा होने की आशंका भी बनी हुई है। किन्तु प्यासे कंठ को तर करने जान जोखिम में डालनी पड़ती है।
नर्मदा नदी के किनारे बसे जबलपुर जिला में कुण्डम तहसील ऐसी है जहां के अप्रैल माह में तमाम नदी और नाले सूख गए है। 40-50 फुट गहरे कुए में भी सूख गए है, ऐसे में लोग जान में जोखिम में डाल कर कुए की तलहटी खोद कर उससे पानी निकाल रहे  है। सूखे नदी और नालों में गड्ढा खोदकर पानी का जुगाड़ हो रहा है।
कुण्डम में हालत खराब
 जबलपुर जिला में कुण्डम तहसील में जबदस्त सूखा का असर अभी से नजर आने लगा है। कुण्डम के ग्रामीण इलाकों में तालाब सूख चुके है जिससे मवेशियों को पीने के पानी की समस्या खड़ी हो गई है। मवेशी के  साथ ही आम आदमी को पानी के लिए कई -कई किलोमीटर दूर नदी में जाना पड़ रहा है।

अमझर की हालत बदतर
जबलपुर शहर से करीब 20 किलोमटर दूर पहाड़ी  क्षेत्र अमझर में जबदस्त जल संकट है। यहां के लोग कई किलोमीटर दूर नहर में आकर पानी ले जाते है।

कुएं सूखे, ग्रामीण हलाकान
अमझर अंतर्गत ग्राम खिन्हा में एक मात्र सार्वजनिक कुआं गांव में पेयजल स्त्रोत था जो सुख गया है। ग्रामीणों ने इस कुएं के भीतर गड्ढा किया है तथा उससे पानी मिल रहा है जिसको लेकर सुबह से ग्रामीणों की कुए के आसपास भीड़ लगता है। कुछ को पानी मिलता है तथा कुछ को अगले दिन का इंतजार करना पड़ता है। 400 की आबादी वाले गांव  में यूं तो 4 नलकूप है  लेकिन तीन बंद है और एक चालू है लेकिन उसमें भी थोड़ा ही पानी मिलता है। ै।
 कुएं में उतरना पड़ता है
कुए की तलहटी से पानी लेने के लिए रस्सी बाल्टी का उपयोग नहंी किया जा सकता है चूंकि इससे धूल मिट्टी भी पानी में आ जाती है जिसके  कारण कुए में एक साथ कई आदिवासी युवक उतरते है और तलहटी से बिना मिट्टी कीचड़ के पानी एकत्र किया जाता है।

 बाक्स
 सूखा ग्रस्त गांव में पहुंचाए पानी
 कलेक्टर महेशचन्द्र चौधरी ने राजस्व अधिकारियों को बुधवार को सूखा ग्रस्त गांवों में पेयजल आपूर्ति भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां परिवहन के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति करना हो वहां वाहनों से पानी पहुंचाएं।  

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