आकंठ समस्याओं में डूबी विनीता ने सफलता का इतिहास रचा
जबलपुर। विकास से दूर, पिछड़े गांव में बचपन गुजारने वाली एक किशोरी के मन में कुछ करने की चाहत थी और उसने गांव के डबरे और खेतों में भरे पानी में तैरना सीख लिया। उसके गांव में भले ही तालाब नहीं था पर उसने विदेशों मे जाकर स्वीमिंग पूल में अपने शानदार कौशल का प्रदर्शन कर भारत का नाम रौशन किया। अंतराष्ट्रीय तैराकी स्पर्धा में कांस्य पद हासिल किया। समस्याओं से आकंठ डूबी विनीता शर्मा ने अपने हौसले को कभी पस्त नहीं होने दिया।
आज भी विनीता शर्मा के सामने समस्याएं मुंह बाए खड़ी हंै, किन्तु वह अपना हुनर लोगों को बांट रही है। नगर निगम में तैराकी की कोच है। बेहद कम वेतन में गुजारा चल रहा है। विनीता की कहानी एक ऐसी देहाती बाला की है जो होश संभालने के पहले ही समाजिक-परिवारिक बंधनों की बेड़ियों से जकड़ ली जाती है। 10 जनवरी 1977 को ग्राम तागबहर मझौली जिला जबलपुर में गरीब कास्तकार के घर विनीता ने जन्म लिया। गरीब माता पिता ने बेटी को अपने कांधे पर बोझ समझ कर उतारने के लिए 14 साल की उम्र में 35 वर्षीय विधुर दो बच्चों के पिता से शादी कर दी। जब विनीता की शादी हुई तक वह विवाह का मतलब ठीक तरह से नहीं समझती थी उपर से दो बच्चों की जवाबदारी उसे मिल गई।
विनीता का कहना है कि बचपन से ही उसकी तमन्ना थी कि देश की नामी खिलाड़ी बन जाउं लेकिन गांव में लड़कियों के लिए खेलने के लिए सिर्फ गुड्डा गुड़ियों और चीटी धप्प खेल होता था। गांव के लड़कों के साथ वह डबरों एवं खेत में भरे पानी में तैरना सीख लिया। ये खेल उसका भा गया। विवाह के बाद स्वतंत्रता छिन गई थी। मन घर गृहस्थी में लगाने कोशिश की लेकिन दुर्भाग्य साथ नहीं छोड़ा। सन 2000 में जबलपुर में सड़क हादसे में पति की मृत्यु हो गई। पति की जगह नगर निगम में अनुकम्पा नियुक्ति के लिए भटकना शुरू हुआ। इसी दौरान फिर से तैराकी शुरू की। नगर निगम ने रोजनदारी में उसे निगम पूल में काम दिया और यही से वह तैराक बन कर उभर गई और प्रदेश की श्रेष्ठ तैराक कोच में एक बन गई है।
विनीता की उपलब्धियां
* सन 2010 में मास्टर एथलेटिक्स एशिया कप में 5 किमी. वाकिंग में कांस्य पदक हासिल किया।
* सन 2012 में चीन में आयोजित एशिया कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
* सन 2008 में हिसार हरियाणा में आयोजित नेशनल एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 5 किमी वाकिंग में स्वर्ण पदक हासिल किया।
* सन 2009 में नेशनल एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में रजत पदक।
* सन 2010 में चंडीगढ़ में नेशनल एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक सहित दर्जन राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा में पदक हासिल किए।
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